Posts tagged faith
पाठ 4: स्वप्न को देने वाला

दानिय्येल और उसके साथी शायद उस समय नौजवान ही थे जब बाबेल के ज्ञानी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गयी थी I नबूकदनेस्सर राजा को एक सपना आया I

Read More
पाठ 5 : साम्राज्यों के ऊपर परमेश्वर की रक्षा

अपने मित्रों के साथ प्रार्थना करने के बाद, परमेश्वर ने दानिय्येल को नबूकदनेस्सर के स्वप्न का रहस्य बताया I दानिय्येल अर्योक के पास गया और उससे कहा, “’बाबुल के बुद्धिमान पुरूषों की हत्या मत करो।

Read More
पाठ 8 : धधकती आग

शद्रक, मेशक, और अबेदनगो नबूकदनेस्सर राजा के सामने दूरा के मैदान में खड़े हुए I नौ मंज़िला मूर्ति पास में खड़ी थी, और गरम धधकती आग निकल रही थी I पास में अधिकारी और प्रभावशाली पुरुष भी खड़े थे, जो इस नाटक को प्रकाशित होते देख रहे थे I

Read More
पाठ 10 : नबूकदनेस्सर का पागल हो जाना

नबूकदनेस्सर राजा को एक डरावना स्वप्न आया, और परमेश्वर ने दानिय्येल को अनुवाद करने का एक तरीका दिया था I क्योंकि राजा ने परमेश्वर को महिमा नहीं दी थी, नबूकदनेस्सर सात वर्ष के लिए पागल होने वाला था !

Read More
पाठ 12 : परमेश्वर के बुद्धिमान दास का बुलाया जाना

राजा बेलशस्सर ने अपने एक हजार अधिकारियों को उस समय एक बड़ी दावत दी जिस समय मादी फारसी की सेना बाबेल के शहर की ओर बढ़ रही थी I

Read More
पाठ 14 : दानिय्येल शेरों की मांद में

जब दानिय्येल ने हुक्मनामें के विषय में सुना, तो उसका व्यवहार बिल्कुल नहीं बदला I जैसे वह हमेशा करता था, वह प्रतिदिन तीन बार प्रार्थना करता था I उसने अपने घर की खिड़की को जो यरूशलेम की ओर खुलती थी, खोला और इस्राएल के परमेश्वर को धन्यवाद दिया और प्रार्थना की

Read More
पाठ17 : तीसरा पशु

दानिय्येल ने अपने स्वप्न में एक शेर के समान पशु को देखा जिसके बाज के पंख थे Iउसने एक दूसरा पशु देखा जो एक भालू के समान था जो आक्रमण करने के लिए तैयार था I तीसरा पशु एक महान सिंह के समान था और केवल इसी पशु के एक पक्षी के समान चार पंख थे I

Read More
पाठ18: अति प्राचीन और मनुष्य का पुत्र

दानिय्येल ने चौथे पशु को समुन्द्र से निकलते देखा I तब उसने दस सींगों वाले चौथे पशु के एक छोटे सींग को उगते देखा I उस छोटे सींग की ऑंखें और एक मुंह था I वह एक क्रूर राजा का प्रतीक था जिसने देशों पर जीत हासिल कर के उन पर राज्य किया था I

Read More
पाठ 19 : स्वप्न बाधित होती है

वाह, दानिय्येल ने कितना विस्मयकारी स्वप्न देखा! परंतु जो उसने देखा उससे वह बहुत परेशान हुआ। दानिय्येल ने कुछ बहुत ही अद्भुत और लुभावनी चीज़ें देखीं। उसने परमेश्वर को सामर्थ और न्याय के साथ राज्य करते देखा। उसने मनुष्य के पुत्र को बादल में आते देखा ।

Read More
पाठ 21 : छोटे सींग का निकल कर आना

दानिय्येल अपने इस स्वप्न के साथ अविच्छिन्नित रहा । उन चार सींगों में से जो यूनान से आये थे, एक और सींग निकल आया । यह सींग शक्ति के साथ बढ़ता गया, विशेषकर दक्षिण और पूर्व की ओर और "सुंदर देश" की ओर ।

Read More
पाठ 22 : जिब्राएल द्वारा स्वप्न का अनुवाद

जो बातें दानिय्येल के स्वप्न में हुईं वे हो चुकी हैं, इसलिए उसका अर्थ स्पष्ट है। परंतु दानिय्येल स्वप्न को लेकर परेशान था। वह उसके अर्थ को समझने की कोशिश कर ही रहा था जब एक आवाज़ कहीं से निकली और कहा, जिब्राएल, इस व्यक्ति को इसके दर्शन का अर्थ समझा दो।” किसने जिब्राएल दूत को दानिय्येल के स्वप्न के विषय में आदेश दिया था? कुछ सोचते हैं कि यह परमेश्वर ही हो सकता है ।

Read More
पाठ 29

दानिय्येल ने तीन हफ़्ते उपवास और प्रार्थना में प्रभु को पुकारा I परमेश्वर ने एक दूत के द्वारा उसे एक सन्देश भेजा I रास्ते में, उसका सामना फारस के राजकुमार से हुआ, जो एक शक्तिशाली शैतानी दूत था, जिसने दूत को दानिय्येल के पास पहुँचने से रोका था I

Read More
पाठ 30

ग्यारह और बारह अध्याय में, दूत दानिय्येल को वह बातें प्रकट करता है जो यूनानी राज्य के राज्य के समय घटेंगी। वे देश के बड़े हिस्से में राज्य करेंगे, और इस्राएल का देश उनके शासन के नीचे होगा।

Read More