पाठ 9 : नबूकदनेस्सर का पागल सपना

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बाबेल में, जो सबसे गंभीर बात होती थी वह थी स्वप्न Iवे मानते थे कि स्वप्न उन्हें देवताओं के विषय में जानकारी देते हैं । वे मानते थे कि स्वप्न उन्हें भविष्य के विषय में बता सकते थे । वे स्वप्न के अर्थ को ढूंढते थे और बुद्धिमान लोगों को ढूंढते थे जो उन्हें उसका प्रत्येक भाग बता सकें । परमेश्वर लोगों से उसी प्रकार से बात करता जिस प्रकार से वे सुन सकें । उसने नबूकदनेस्सर राजा को एक शक्तिशाली स्वप्न दे दिया था जिसके माध्यम से वह मानव इतिहास के महान साम्राज्य को खुलते हुए देख सका ।

नबूकदनेस्सर के, महान मूर्ति के स्वप्न की कहानी, इस कहानी से तीस वर्ष पूर्व की है जिसे हम अब सीखेंगे । दानिय्येल अब पचास वर्ष का था (मिलर, दानिय्येल,प.128)I वह अब भी नबूकदनेस्सर के ज्ञानी पुरुषों के ऊपर मुखिया था । इतने लम्बे समय तक रहने का कारण है की उसने अपना कार्य बहुत अच्छी तरह किया होगा (मिलर, दानिय्येल, प.132)। इस समय तक, नबूकदनेस्सर राजा दानिय्येल की बुद्धि पर पूरी तरह विश्वास करने लगा था, और वह समझ गया था कि दानिय्येल इस्राएल के परमेश्वर के प्रति पूरी रीती से समर्पित था ।

अब नबूकदनेस्सर को एक और स्वप्न आया जो इतना ज्वलंत और शक्तिशाली था कि वह जानता था कि उसका कोई महत्वपूर्ण अर्थ ज़रूर है । वह नबूकदनेस्सर के जीवन का अंधेर और भयानक समय की शुरुआत थी । जब वह समाप्त हुआ, नबूकदनेस्सर ने सर्व उच्च परमेश्वर की स्तुति की गवाही को एक पत्र के रूप में लिखवाया । दानिय्येल ने नबूकदनेस्सर के पत्र को अपनी किताब में रख लिया । बाइबिल में एक बुतपरस्त एक ही ऐसा अध्याय है (मिलर,दानिय्येल,128)।

परमेश्वर उसको एक और अवसर दे रहा था कि वह इस्राएल के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के चमत्कारी कार्यों को जान सके । एक बार फिर, वह परमेश्वर के धर्मी जन की सुन्दर वफ़ादारी को देखेगा, परन्तु अन्य किसी भी कहानी के अनुसार, गर्व और उद्दंड राजा को समझने में समय लगा कि क्या चल रहा है । कुछ मायनों में, यह कहानी, कहानी के अंत से आरंभ होती है । कहानी में जब सब कुछ हो गया, नबूकदनेस्सर इतना बदल गया था कि उसने पूरे राज्य में लोगों को पत्र लिख कर परमेश्वर की भलाई के विषय में बताया । वह ऐसा लिखा था;

“’बहुत सी जातियों और दूसरी भाषा बोलने वाले लोगों को, जो सारी दुनिया में बसे हुये हैं: तुम बहुत समृद्ध हो ! परम प्रधान परमेश्वर ने मेरे साथ जो आश्चर्यजनक अद्भुत बातें की हैं, उनके बारे में तुम्हें बताते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता है।

 अद्भुत चमत्कार किये हैं!
    परमेश्वर ने शक्ति पूर्ण चमत्कार किये हैं!
परमेश्वर का राज्य सदा टिका रहता है;
    परमेश्वर का शासन पीढ़ी दर पीढ़ी बना रहता है।

अंत में ऐसा लगा मानो नबूकदनेस्सर समझ गया था कि चाहे वह एक महान साम्राज्य का शासक था, एक प्रभु और एक राज्य है जो उसके राज्य से महान है, जो संसार में सभी चीज़ों के ऊपर बलवंत और अधिराज्य रखता है । इतने वर्षों के बाद नबूकदनेस्सर ने ऐसा क्यों सोचा ? नबूकदनेस्सर स्वयं हमें वह कहानी बताएगा;

“’मैं, नबूकदनेस्सर, अपने महल में था। मैं प्रसन्न और सफल था। 5 मैंने एक सपना देखा जिसने मुझे डरा दिया। मैं अपने बिस्तर में सो रहा था। मैंने दर्शनों को देखा। जो कुछ मैंने देखा था, उसने मुझे बहुत डरा दिया। 6 सो मैंने यह आज्ञा दी कि बाबुल के सभी बुद्धिमान लोगों को मेरे पास लाया जाये ताकि वे मुझे मेरे स्वप्न का फल बतायें। 7 जब तांत्रिक और कसदी लोग मेरे पास आये तो मैंने उन्हें अपने सपने के बारे में बताया। किन्तु वे लोग मुझे मेरे सपने का अर्थ नहीं बता पाये। अंत में, दानिय्येल मेरे पास आया (मैंने अपने ईश्वर को सम्मानित करने के लिये दानिय्येल को बेलतशस्सर नाम दिया था। पवित्र ईश्वरों की आत्मा का उसमें निवास है।)  

मैंने उसे कहा, “हे बेलतशस्सर, तू सभी तांत्रिकों में सबसे बड़ा है। मुझे पता है कि तुझमें पवित्र ईश्वर की आत्मा वास करती है। मैं जानता हूँ कि किसी भी रहस्य को समझना तेरे लिये कठिन नहीं है। मैंने जो सपना देखा था, वह यह है। तू मझे इसका अर्थ समझा।‘”

 

अपने पत्र में उसने अपने राज्य के लोगों को, उसने उन दर्शन के विषय में वर्णन किया जो उसने दानिय्येल को बताये थे । वह एक विशाल वृक्ष का स्वप्न था । वह इतना ऊँचा था कि वह आकाश तक पहुँच रहा था । जानवर वृक्ष के नीचे आसरा पाये हुए थे और वृक्ष की शाखाओं पर चिड़ियों का बसेरा था। सब को बहुताय से खाने को था । परन्तु स्वर्ग से एक पवित्र जान, एक दूत नीचे उतर कर आया । उसने पुकारा की उस पेड़ को काट दिया जाए, इसकी टहनियों को काट डालो, इसकी फलों को चारों ओर बिखेर दो। उसे इतना काटा जाए की इसकी केवल ठूंठ ही रह जाए ।  इसके चारों ओर लोहे और काँसे का एक बंधेज बांध दिया गया ताकि उसे और नष्ट होने से बचाया जाए (मिलर,दानिय्येल,प.133)।

उसके इस पत्र में इस समय, नबूकदनेस्सर ठूंठ के विषय में इस प्रकार लिखना बंद कर देता है जैसे की वह एक वृख हो, और उसके विषय में ऐसे लिखने लगता है जैसे की वह एक व्यक्ति हो । यह व्यक्ति दिन और रात बाहर रहता था, ताकि सुबह तक उसके ऊपर ओस गिरी हो । उसका दिमाग बदल जाएगा ताकि वह अब मनुष्य की तरह सोचना बंद कर देगा । वह एक जानवर के समान हो गया था ! ऐसा तब तक होगा जब तक सात बार ना हो जाए । हम सोचते हैं कि ऐसा सात वर्ष तक होता रहेगा ।

स्वप्न में पवित्र जन ने घोषणा की थी कि मानवजाति यह जानेगा कि सर्व ऊँचा परमेश्वर सब के ऊपर प्रभु है । उसने इस व्यक्ति के ऊपर एक निर्णय पारित किया, और उसके विरुद्ध एक फैसले को पारित करने का अधिकार था । इस सच्चे परमेश्वर के पास सभी मानवजाति के राज्य के ऊपर अधिकार था, और वही सब शासकों को उनके स्थान पर रखता है ।

जिस प्रकार इन कहानियों में जैसा हमने पढ़ा, कि नबूकदनेस्सर के पास इन निर्माणों के प्रति मुद्दे थे, अब स्वर्ग का परमेश्वर राजा के विरुद्ध एक हुक्मनामा दे रहा था । एक पवित्र जन, एक दूत, ने स्वर्ग से आकर उसके स्वप्न के माध्यम से वह हुक्मनामा बताया था, और वह परमेश्वर का नबूकदनेस्सर के विरुद्ध न्याय का हाथ था ! वाह ! यह बहुत दिलचस्प है देखना कि इस शक्तिशाली राज्य के इस महान राजा के लिए, परमेश्वर ने एक रहस्यमय स्वप्न में परमेश्वर के न्याय के विषय में बताये । जो परमेश्वर ने बताया था उसे समझने के लिए राजा को सहायता की आवश्यकता होगी । परन्तु जब परमेश्वर के सेवक उस धधकती आग के अन्दर थे, तब स्वयं परमेश्वर के पुत्र ने उनके परीक्षा के समय उनके बीच में उपस्थित हुआ । परमेश्वर वफ़ादार है और उनके लिए उपस्थित है जो उस पर भरोसा करते हैं ।

जब दानिय्येल ने स्वप्न सुना, वह इतना चकित और बहुत परेशां हुआ कि राजा उसे तसल्ली देने लगा I उसने कहा, “बेलतशस्सर, तू उस सपने या उस सपने के फल से भयभीत मत हो।”

परन्तु दानिय्येल जानता था कि स्वप्न का कुआ अर्थ है, और वह एक बहुत बुरा न्याय था । उसने दुखी होकर नबूकदनेस्सर से कहा, “हे मेरे स्वामी, काश यह सपना तेरे शत्रुओं पर पड़े और इसका फल, जो तेरे विरोधी हैं, उनको मिले ।” तब दानिय्येल को उसे बताना पड़ा कि वह इतना परेशान क्यों था ।

वृक्ष स्वयं नबूकदनेस्सर की एक तस्वीर या एक चिन्ह था । उसकी शक्ति आकाश तक पहुँच रही थी और एक वृक्ष के समान पूरी पृथ्वी पर फैल रही थी । बाबेल पर उसका शासन उसके राज्य के लोगों के लिए आश्रय और बहुतायत को ला रहा था । परन्तु जिस प्रकार एक वृक्ष तने तक काट दिया जाता है, राजा भी अपने शासन से काट दिया जाएगा । वह पागल हो जाएगा, और अपने आप को एक जानवर मानने लगेगा । वह दिन और रात जंगले में रहेगा और सात वर्ष तक एक बैल की तरह घास खाएगा । यह पागलपन तभी समाप्त होगा जब नबूकदनेस्सर मानेगा कि स्वर्ग का परमेश्वर सब का सच्चा शासक है ।

अब आप क्या सोचते हैं कि नबूकदनेस्सर ने यह सुनकर क्या किया होगा ? आप क्या करेंगे यदि परमेश्वर आपको आपके भविष्य के विषय में ऐसा डरावना स्वप्न देता है ?