पाठ 3 : धार्मिक शाकाहारी

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शायद बहुत से ऐसे तरीके थे जिससे कि शद्रक, मेशक, अबेदनगो, और दानिय्येल ने, नबूकदनेस्सर राजा और बाबेल के देवताओं के ऊपर इस्राएल के परमेश्वर को आदर देने का चुनाव किया I एक अन्यजाती राजा के शाही दरबार में एक ऐसा स्थान था जो सब प्रकार के गिरे हुए पापों से भरा हुआ था I इस्राएल के परमेश्वर के उच्च और पवित्र, शुद्ध नियम के अनुसार जीने का चुनाव करके इन नौजवानों को दूसरों से अलग करता है I

उनके विश्वास की सबसे बड़ी परीक्षा उनके भोजन को लेकर हुई कि उन्हें किस प्रकार का भोजन दिया जाए I यहूदी नियम के परमेश्वर ने उन भोजनों के विषय बहुत से नियम दिए थे जो उन्हें नहीं खाने थे I परन्तु बाबेल में उनके प्रशिक्षण का एक भाग यह था कि उन्हें सबसे श्रेष्ठ, अवनति भोजन मिला जिसे राजा ने स्वयं उनके लिए चुना था I यह एक बहुत ही उत्तम आदर की बात थी कि राजा स्वयं भोजन को चुने ! यदि दानिय्येल नबूकदनेस्सर के दरबार से भोजन को नहीं खाता है, तो राजा बहुत अपमानित हो सकता है I राजा को नाराज़ करना बहुत खतरनाक बात थी I परन्तु जो भोजन उसने चुना, उससे परमेश्वर का नियम टूटाI बहुत सारा भोजन बाबेल की मूर्तियों को चढ़ाया जाता था I यदि वे खा लेते, तो वह ऐसा होता मानो वे बाबेल के देवताओं को पूज रहे हैं I अब वे उन देवताओं और उनके महान मंदिरों से घिर गए थे, और यरूशलेम बहुत दूर था I परमेश्वर का मंदिर नष्ट हो चुका था, और देश समाप्त हो चुका था I संसार को ऐसा लगता था मानो यहोवा निष्फल हो गया है I दानिय्येल को निर्णय लेना था I क्या उसने जो खाया उससे अब कोई फ़र्क पड़ता है? इस्राएल के परमेश्वर ने यह होने दिया कि वे बाबेल में ग़ुलाम बनाए जाएँ, क्या वह उन्हें अब बचाएगा?

दानिय्येल ने ठान लिया था कि वह इस्राएल के परमेश्वर के प्रति वफ़ादार रहेगा I बाबेल के लोगों के तौर-तरीके और उनकेहाथों से बनाई हुईं घृणित लकड़ी की मूर्तियों के उनके मन्त्र, उसके महान और शक्तिशाली ईश्वर की तुलना में कुछ भी नहीं थे I वे अब्राहम के पुत्र थे, और दानिय्येल और उसके मित्र उसके नियम के पवित्रता में जीयेंगे I वे पवित्र शास्त्र को पढेंगे, और वे परमेश्वर के दुश्मनों के विरुद्ध खड़े होंगे ! दानिय्येल और उसके मित्र जानते थे कि वे इस भोजन को नहीं खा सकते थे I

दानिय्येल ने निर्णय लिया कि वह अशपनज से बात करेगा जो प्रशिक्षण ले रहे जवानों का मुख्य अधिकारी था I उसने पूछा कि यदि वह और उसके मित्र उस भोजन से भिन्न दूसरा भोजन खा सकते थे जो शाही दरबार में दिया जाता था I उस सॉस में तैरते हुए मांस, दाखमधू और अवनति शाही मिठाई के बजाय, वे सादा भोजन चाहते थे I सब्जी और अनाज से वे तृप्त होंगे यदि वे विश्वास से खाते हैं I

जब दानिय्येल ने अशपनज से बात की, तो यह स्पष्ट था कि मुख्य अधिकारी भी राजा से डरता था I यह उसका काम था कि वह इन नौजवानों पर नज़र रखे I यदि दानिय्येल और उसके मित्र भिन्न भोजन खाना शुरू करेंगे, तो वे निर्बल और अस्वस्थ दिखना शुरू हो जायेंगे I नबूकदनेस्सर राजा को मालूम हो जाएगा कि वे उसका भोजन नहीं खा रहे हैं और वह क्रोधित हो जाएगा I वह अशपनज को मरवा सकता है ! (मिलर 66-67)I अब, परमेश्वर ने अशपनज को दानिय्येल पर महरबानी दिखाने के लिए ठहराया था I वह दानिय्येल को बहुत पसंद करता था I परमेश्वर ने उसकी ऑंखें खोलीं कि वह देख सके कि जो कुछ दानिय्येल करता है उससे उसको आदर मिले I परन्तु उसने फिर भी उसे ‘ना” कहा I उन्हें शाही दरबार का ही भोजन खाना होगा I

दानिय्येल जानता था कि वह यरूशलेम से बहुत दूर है, परन्तु वह यह भी जानता था कि परमेश्वर पूरी पृथ्वी पर राज करता है और वह विराजमान है I वह जो कुछ करता था उसकी वह देखभाल करता है, और दानिय्येल अपनी वफ़ादारी परमेश्वर के प्रति दिखाना चाहता था I वह कितना आज्ञाकारी होना चाहता था ! इसलिए उसने एक योजना बनाई I इसके द्वारा वह बगैर किसी को राजा के साथ मुसीबत में डालते हुए वह अपने को और अपने मित्रों को उस शाही भोजन को खाने से बचा सकता था I वह अपने संरक्षक के पास गया और कुछ परीक्षण अवधि मांगी I वे दस दिन तक केवल साग-सब्जी खायेंगे और पानी पियेंगे I यदि वे बीमार और निर्बल दिखते हैं, तो वे उस भोजन को खाएँगे जो नबूकदनेस्सरराजा के राज दरबार में था I परन्तु यदि वे दस दिन के बाद अच्छे दिखते हैं, तब वे आगे भी शाकाहारी खा सकते थे I

दानिय्येल बहुत बुद्धिमान था I जब उसने अपनी मुसीबत के बारे में विचार किया, उसने उन सब के विषय में सोचा जो सहभागी थे I उसने समझा उसे गार्ड का सम्मान करना चाहिए I उसे चाहिए था कि वह गार्ड को वह रास्ता दिखाए जिससे वह, बगैर अपनी जान को जोखिम में डालते हुए, अपने लक्ष्य को पा सकता है I जब गार्ड ने दानिय्येल की योजना को सुना तो वह सहमत हुआ I

जब गार्ड ने दानिय्येल, शद्रक, मेशक, और अबेदनगो को दस दिन के बाद जांचा, आपको क्या लगता है वे कैसे दिखते होंगे? थके हुए और बीमार? नहीं! वे बहुत स्वस्थ दिखते थे I वे उन सभी पुरुषों से अधिक स्वस्थ थे जो शाही भोजन खाते थे! जब अधिकारी ने उन्हें देखा, उसने कहा कि उन्हें अब शाही भोजन खाने की आवश्यकता नहीं है I

क्योंकि दानिय्येल, शद्रक, मेशक, अबेदनगो अपने परमेश्वर के प्रति वफ़ादार थे, परमेश्वर ने उनको आदर दिया I उसने उन्हें, किसी भी अन्य नौजवान से भी बढ़कर, सब प्रकार की बुद्धि और ज्ञान से आशीषित किया I उसने दानिय्येल को स्वप्न और दर्शन को समझने और अनुवाद करने का विशेष दान दिया I उनके प्रशिक्षण के अंत में, उन्हें नबूकदनेस्सर राजा के सामने लाया गया, और उसने उनसे सब प्रकार के प्रश्न पूछे I राजा ने पाया कि वे सारे राज्य के सबसे बुद्धिमान लोगों से दस गुना अधिक बुद्धिमान थे I राजा के पास ऐसे लोग थे जो दुष्ट आत्माओं से बात कर सकते थे या फिर विभिन्न मूर्तियों के सामने लम्बी प्रार्थनाएं बोल सकते थे, परन्तु उनमें से एक भी दानिय्येल और उसके मिर्त्रों के समान बुद्धिमान और अच्छे नहीं थे I

नबूकदनेस्सर राजा ने इन यहूदी लड़कों को अपने राज्य में उच्च स्तर में उठाया I परमेश्वर ने नबूकदनेस्सर राजा को, अपने वफ़ादार सेवकों को उस स्तर पर रखने के लिए उपयोग किया जहाँ से वे कई वर्षों तक उसे महान महिमा दे पाएंगे I वे यहूदी निर्वासन के पूरे समय तक यहोवा के लिए शक्तिशाली गवाह होंगे I दानिय्येल की किताब, दानिय्येल के विषय में वो कहानियां बताती है, कि किस प्रकार उसने बाबेल के राजाओं के नीचे रहकर सेवा की I वह यह कहानी बताती है कि, किस प्रकार दानिय्येल बुढ़ापे में, परमेश्वर के सामर्थी हाथ द्वारा अपने लोगों को वापस घर लाने का हिस्सा बना I

क्योंकि आप देखिये, जब दानिय्येल बूढ़ा हो गया, मादी फारस ने बाबेल पर कब्ज़ा कर लिया था I दानिय्येल उनके राजा के भी आधीन रहा, और उसका नाम साइरस था I कई वर्षों पहले, यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि, परमेश्वर साइरस नामक राजा के द्वारा परमेश्वर के लोगों को छुड़ाएगा I परन्तु जब वह बहुत बूढ़ा हुआ, उसने मादी फारस के राजा साइरस को, यहूदी लोगों को वापस वादे के देश में भेजते देखा I जिस प्रकार परमेश्वर ने वादा किया था, कैद की सज़ा हमेशा के लिए नहीं थी I परमेश्वर अपने लोगों के साथ अपनी वाचा को बहाल करेगा और उन्हें मादी फारस राजा, साइरस की शक्ति द्वारा वापस लाएगा I

जो यहूदी लोग यरूशलेम को वापस लौटे थे, वे उन लोगों से भिन्न थे जो कैद में एक पापी देश में ले जाए गए थे I उसका क्लेश का समय जो बुतपरस्त राजाओं के सताव में और बाबेल के दुष्ट देवताओं में बीता, उन्हें शुद्ध करेगा I उनके हृदयों का परिवर्तन होगा और परमेश्वर के पवित्र और शुद्ध नियम के प्रति एक नया और मज़बूत भक्ति प्रदान करेगा I वे यहोवा की एक उच्च और गहरी उपासना कर पाएंगे I वे फिर से परमेश्वर के पवित्र मंदिर का निर्माण करेंगे और प्रभु के साथ समय बिताएँगे I और एक दिन, उनका मसीहा, जो भविष्यवाणी का अभिषेक किया हुआ है, उद्धार के उस सन्देश को लेकर मंदिर के आंगन में चलेगा I

आपकी वफ़ादारी परमेश्वर की महिमा को हमारे वर्तमान की दुनिया में प्रकट करता है I